Additional information
Weight | 0.275 kg |
---|---|
Dimensions | 22 × 14 × 2 cm |
ISBN | 978-81-977396-4-4 |
PAGES | 228 |
AUTHOR | GULSHAN RISHI YADAV |
Original price was: ₹399.00.₹390.00Current price is: ₹390.00.
‘धरतीपुत्र : नेताजी मुलायम सिंह यादव’ गुलशन ऋषि यादव द्वारा लिखित एक गहन, भावनात्मक और प्रेरणादायक कृति है, जो समाजवादी विचारधारा के प्रमुख स्तंभ, किसान-नौजवानों के सच्चे मसीहा और जनमानस के नेता मुलायम सिंह यादव जी के विचारों, संघर्षों और जीवन दर्शन को अत्यंत आत्मीयता और श्रद्धा के साथ प्रस्तुत करती है।
यह पुस्तक नेताजी की महज एक राजनीतिक जीवनी नहीं है, बल्कि लेखक के निजी अनुभवों, पारिवारिक संबंधों, स्मृतियों और आदर्शों की भावपूर्ण अभिव्यक्ति है। गुलशन ऋषि यादव, जिनकी जन्मभूमि नेताजी की जन्मभूमि से मात्र कुछ किलोमीटर की दूरी पर है, नेताजी को अपना पथप्रदर्शक, प्रेरणास्रोत और गुरु मानते हैं। इस पुस्तक में नेताजी के शिक्षक जीवन से लेकर पहलवानी, फिर एक संघर्षशील राजनेता बनने तक की यात्रा को सरल, सरस और संवेदनशील शैली में प्रस्तुत किया गया है।
पुस्तक में नेताजी के समाजवादी विचार, गरीबों-दलितों, अल्पसंख्यकों, किसानों और युवाओं के लिए किए गए अभूतपूर्व कार्यों को उजागर किया गया है। उनके जीवन की सादगी, नीतियों की दृढ़ता और जनसेवा का समर्पण इस कृति में स्पष्ट झलकता है। लेखक ने निजी संस्मरणों के माध्यम से नेताजी के व्यक्तित्व के उन पहलुओं को भी उजागर किया है, जो आमतौर पर इतिहास की पुस्तकों में दर्ज नहीं होते।
यह कृति केवल नेताजी के प्रशंसकों के लिए ही नहीं, बल्कि उन सभी पाठकों के लिए मूल्यवान है, जो भारतीय राजनीति, समाजवाद और संघर्षशील नेतृत्व को समझना चाहते हैं। यह पुस्तक एक श्रद्धांजलि है उस महापुरुष को, जो सचमुच ‘धरतीपुत्र’ कहलाने के योग्य हैं। मिट्टी से जुड़ा, जमीन पर खड़ा, परंतु ऊँचाइयों को छूने वाला व्यक्तित्व।
Weight | 0.275 kg |
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Dimensions | 22 × 14 × 2 cm |
ISBN | 978-81-977396-4-4 |
PAGES | 228 |
AUTHOR | GULSHAN RISHI YADAV |
‘धरतीपुत्र : नेताजी मुलायम सिंह यादव’ गुलशन ऋषि यादव द्वारा लिखित एक गहन, भावनात्मक और प्रेरणादायक कृति है, जो समाजवादी विचारधारा के प्रमुख स्तंभ, किसान-नौजवानों के सच्चे मसीहा और जनमानस के नेता मुलायम सिंह यादव जी के विचारों, संघर्षों और जीवन दर्शन को अत्यंत आत्मीयता और श्रद्धा के साथ प्रस्तुत करती है।
यह पुस्तक नेताजी की महज एक राजनीतिक जीवनी नहीं है, बल्कि लेखक के निजी अनुभवों, पारिवारिक संबंधों, स्मृतियों और आदर्शों की भावपूर्ण अभिव्यक्ति है। गुलशन ऋषि यादव, जिनकी जन्मभूमि नेताजी की जन्मभूमि से मात्र कुछ किलोमीटर की दूरी पर है, नेताजी को अपना पथप्रदर्शक, प्रेरणास्रोत और गुरु मानते हैं। इस पुस्तक में नेताजी के शिक्षक जीवन से लेकर पहलवानी, फिर एक संघर्षशील राजनेता बनने तक की यात्रा को सरल, सरस और संवेदनशील शैली में प्रस्तुत किया गया है।
पुस्तक में नेताजी के समाजवादी विचार, गरीबों-दलितों, अल्पसंख्यकों, किसानों और युवाओं के लिए किए गए अभूतपूर्व कार्यों को उजागर किया गया है। उनके जीवन की सादगी, नीतियों की दृढ़ता और जनसेवा का समर्पण इस कृति में स्पष्ट झलकता है। लेखक ने निजी संस्मरणों के माध्यम से नेताजी के व्यक्तित्व के उन पहलुओं को भी उजागर किया है, जो आमतौर पर इतिहास की पुस्तकों में दर्ज नहीं होते।
यह कृति केवल नेताजी के प्रशंसकों के लिए ही नहीं, बल्कि उन सभी पाठकों के लिए मूल्यवान है, जो भारतीय राजनीति, समाजवाद और संघर्षशील नेतृत्व को समझना चाहते हैं। यह पुस्तक एक श्रद्धांजलि है उस महापुरुष को, जो सचमुच ‘धरतीपुत्र’ कहलाने के योग्य हैं। मिट्टी से जुड़ा, जमीन पर खड़ा, परंतु ऊँचाइयों को छूने वाला व्यक्तित्व।