Additional information
| Weight | 0.210 kg |
|---|---|
| Dimensions | 22 × 14 × 1.5 cm |
| ISBN | 978-81-977397-7-4 |
| PAGES | 116 |
| AUTHOR | DR. AJAY KUMAR AGRAWAL |
Original price was: ₹299.00.₹279.00Current price is: ₹279.00.
यह काव्य संग्रह कवि की आध्यात्मिक यात्रा का प्रतिबिंब है, जिसमें ‘अप्प दीपो भवः’ की थीम को केंद्र में रखा गया है। यद्यपि यह बौद्ध धर्म या बुद्ध के उपदेशों से प्रेरित नहीं है, फिर भी इसमें व्यक्तिगत आंतरिक भावनाओं और अनुभूतियों का गहन अन्वेषण है। इन कविताओं के माध्यम से कवि ने आत्म-जागृति, संघर्ष, और अंततः स्वयं के प्रकाश को खोजने की प्रक्रिया को व्यक्त किया है। यह संग्रह एक अनकही यात्रा को उजागर करता है, जहाँ बाहरी दुनिया से अधिक महत्व आत्मा के भीतर की शांति और संतुलन को दिया गया है। इन कविताओं में स्वयं से संवाद, अंतर्मन की गूँज, और जीवन के रहस्यों को समझने की कोशिश की गई है, जो पाठकों को अपने भीतर झाँकने और अपने अदृश्य मार्गदर्शक को ढूँढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं। इन कविताओं में आत्म-साक्षात्कार का सजीव अनुभव मिलता है, जो जीवन के हर मोड़ पर हमें यह अहसास दिलाता है कि असली प्रकाश बाहरी वस्त्रों में नहीं, बल्कि हमारे भीतर छिपा हुआ होता है। कवि के भाव, शब्दों के माध्यम से पाठकों को अपने स्वयं के विचारों से साक्षात्कार करने और अपने भीतर के उन प्रश्नों का उत्तर खोजने के लिए प्रेरित करेंगे, जिन्हें वे शायद लंबे समय से टालते आ रहे हों। यह काव्य संग्रह न केवल कवि के मनोभावों का दर्पण है, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए एक प्रेरणा भी है, जो अपने भीतर की आवाज़ को सुनने और उसे अपने जीवन का मार्गदर्शक बनाने की कोशिश कर रहा है।
| Weight | 0.210 kg |
|---|---|
| Dimensions | 22 × 14 × 1.5 cm |
| ISBN | 978-81-977397-7-4 |
| PAGES | 116 |
| AUTHOR | DR. AJAY KUMAR AGRAWAL |
यह काव्य संग्रह कवि की आध्यात्मिक यात्रा का प्रतिबिंब है, जिसमें ‘अप्प दीपो भवः’ की थीम को केंद्र में रखा गया है। यद्यपि यह बौद्ध धर्म या बुद्ध के उपदेशों से प्रेरित नहीं है, फिर भी इसमें व्यक्तिगत आंतरिक भावनाओं और अनुभूतियों का गहन अन्वेषण है। इन कविताओं के माध्यम से कवि ने आत्म-जागृति, संघर्ष, और अंततः स्वयं के प्रकाश को खोजने की प्रक्रिया को व्यक्त किया है। यह संग्रह एक अनकही यात्रा को उजागर करता है, जहाँ बाहरी दुनिया से अधिक महत्व आत्मा के भीतर की शांति और संतुलन को दिया गया है। इन कविताओं में स्वयं से संवाद, अंतर्मन की गूँज, और जीवन के रहस्यों को समझने की कोशिश की गई है, जो पाठकों को अपने भीतर झाँकने और अपने अदृश्य मार्गदर्शक को ढूँढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं। इन कविताओं में आत्म-साक्षात्कार का सजीव अनुभव मिलता है, जो जीवन के हर मोड़ पर हमें यह अहसास दिलाता है कि असली प्रकाश बाहरी वस्त्रों में नहीं, बल्कि हमारे भीतर छिपा हुआ होता है। कवि के भाव, शब्दों के माध्यम से पाठकों को अपने स्वयं के विचारों से साक्षात्कार करने और अपने भीतर के उन प्रश्नों का उत्तर खोजने के लिए प्रेरित करेंगे, जिन्हें वे शायद लंबे समय से टालते आ रहे हों। यह काव्य संग्रह न केवल कवि के मनोभावों का दर्पण है, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए एक प्रेरणा भी है, जो अपने भीतर की आवाज़ को सुनने और उसे अपने जीवन का मार्गदर्शक बनाने की कोशिश कर रहा है।