Sumbission Guidelines

In the realm of imagination, you’re the architect. Build your world with the magic of your words.

 

शब्दगाथा का सम्पादक मंडल लोक जन साहित्य की विधाओं (क्राइम, थ्रिलर, हॉरर, साइंस-फिक्शन, फंतासी, मनोवैज्ञानिक थ्रिलर लोकप्रिय साहित्य इत्यादि) एवं उच्च स्तरीय साहित्य के अंतर्गत हिंदी/अंग्रेजी/मराठी में प्राप्त हुई उन्हीं पांडुलिपियों पर विचार करेगा, जो निर्धारित नियमों के अंतर्गत प्रेषित होंगी। अत: लेखकों से निवेदन है कि प्रथम चरण में ही निरस्त होने से बचने के लिए अधोलिखित नियमों का भली-भांति  अवलोकन कर लें।

  • कृपया पांडुलिपि submissions@shabdgaatha.com अथवा editor@shabdgaatha.com पर ही प्रेषित करें। उपर्युक्त ई-मेल के अतिरिक्त किसी अन्य ई-मेल से प्राप्त पांडुलिपि पर संपादक मंडल विचार नहीं करेगा।
  • यदि रचना बहुभागीय है, तो कृपया उसे प्रकाशनार्थ अवलोकन हेतु तभी प्रेषित करें जब उसके सम्पूर्ण भाग लिखे जा चुके हों।
  • आपकी पांडुलिपि में निम्नलिखित सामग्री का होना अनिवार्य है: 
  1.  पांडुलिपि का अध्यायानुसार संक्षिप्त सारांश।
  2. बतौर नमूना, पांडुलिपि के कोई ऐसे तीन अध्याय, जो आपकी लेखन-शैली को उत्कृष्ट एवं प्रभावी ढंग से प्रस्तुत कर सकें।
  3. लेखक के विषय में सारगर्भित विवरण।
  4. लेखक की ओर से पांडुलिपि की कुल शब्द-संख्या, पांडुलिपि के लक्षित पाठक-वर्ग, पांडुलिपि की विधा से सम्बंधित विधा में देश-विदेश में पूर्व प्रकाशित रचनाओं के विषय में मूलभूत जानकारी तथा मार्केटिंग के कुछ महत्वपूर्ण सुझाव भी अपेक्षित हैं।
  • पांडुलिपि केवल पीडीऍफ़ फॉर्मेट में ही स्वीकार्य है।
  • पांडुलिपि प्राप्त हो जाने के पश्चात हमारा संपादक मंडल उस पर विचार करेगा और इस प्रक्रिया में चार से छ: सप्ताह लग सकता है। उक्त अवधि के पश्चात हम पांडुलिपि की स्वीकृति\अस्वीकृति की सूचना लेखक को ई-मेल के माध्यम से देंगे। ऐसा न होने की स्थिति में आप साधारण रिमाइंडर के जरिये पांडुलिपि की स्थिति जानने हेतु अनुरोध कर सकते हैं किंतु यदि आप तयशुदा अवधि के मध्य में ही अनगिनत फोनकॉल्स या ई-मेल के माध्यम से पांडुलिपि की स्थिति जानने का प्रयास करते हैं तो आपकी पांडुलिपि बगैर मूल्यांकन पूर्ण हुए ही निरस्त की जा सकती है।
  • वर्तमान में हम कुरियर के जरिये पाण्डुलिपि स्वीकार नहीं कर रहे हैं। यदि पांडुलिपि हस्तलिखित है, तो कृपया पांडुलिपि के पृष्ठों को कम से कम सौ डीपीआई (100 dpi) पर स्कैन करके, उन्हें क्रमवार संयोजित करने के पश्चात पीडीऍफ़ फॉर्मेट में रूपांतरित करके प्रेषित करें। पांडुलिपि पसंद आने के पश्चात आगे की कार्यवाही हेतु हम अपनी सुविधानुसार हस्तलिखित पांडुलिपि आपसे प्राप्त कर लेंगे।
  • ज्ञातव्य हो कि पांडुलिपि को स्वीकृत\अस्वीकृत करने का पूर्ण अधिकार ‘शब्दगाथा मीडिया पब्लिशर्स प्राइवेट लिमिटेड’ का होगा और प्रकाशन संस्था किसी भी स्थिति में पांडुलिपि की अस्वीकृति का कारण बताने हेतु बाध्य नहीं होगी।
  • यदि पांडुलिपि हमारी ओर से अस्वीकृत हो जाए तो कृपया उसी पांडुलिपि को पुन: प्रेषित न करें। इस दशा में न तो पांडुलिपि का मूल्यांकन किया जाएगा और न ही लेखक की किसी इन्क्वायरी का जवाब दिया जाएगा।
  • अस्वीकृत हो जाने के पश्चात पांडुलिपि लौटाई नहीं जायेगी। अत: लेखक को चाहिए कि अपनी रचना की एक प्रति अपने पास सुरक्षित रखें।
  • यदि हमें आपकी पांडुलिपि पसंद आती है और हम आपसे पूरी पांडुलिपि की मांग करते हैं तो इसका अर्थ ये कदापि न समझें कि आपकी पांडुलिपि चयनित हो गयी है। इसका एकमात्र तात्पर्य यही होगा कि हम अपना अंतिम निर्णय लेने से पूर्व एक बार पूरी पांडुलिपि का अवलोकन करना चाहते हैं।
  • यदि आपकी रचना चयनित होती है तो हमारी ओर से इसकी आपको आधिकारिक सूचना दी जायेगी तथा अन्य आवश्यक बिंदुओं जैसे-रॉयल्टी, रॉयल्टी देने की अवधि, लिखित अनुबंध इत्यादि पर चर्चा की जायेगी। उपर्युक्त प्रक्रिया पूर्ण होने से पूर्व रचना को लेकर ‘शब्दगाथा मीडिया पब्लिशर्स प्राइवेट लिमिटेड’ का कोई उत्तरदायित्व न होगा।
  • जब तक रचना हमारे यहाँ विचाराधीन है, तब तक आपसे अपेक्षित है कि आप उस रचना को अन्यत्र प्रकाशन हेतु विचारार्थ प्रेषित नहीं करेंगे।
  • रचना का पूर्ण स्वामित्व अर्थात कॉपीराइट आपका ही होगा। जब तक प्रकाशन उक्त रचना को अपने प्रकाशन से प्रकाशित करेगा, अनुबंध की शर्तों के अनुसार आपको उसकी रॉयल्टी मिलती रहा करेगी।
  • यदि आपकी रचना चयनित होती है तो आपसे कोई भी प्रकाशन शुल्क नहीं लिया जाएगा। ‘शब्दगाथा मीडिया पब्लिशर्स प्राइवेट लिमिटेड’ आपकी रचना को पूर्णत: अपने व्यय से प्रकाशित करेगा अर्थात आपसे किसी भी चरण में किसी प्रकार का आर्थिक सहयोग अपेक्षित नहीं है। बस रचना के चयनित होने का आधार उसकी मौलिकता एवं गुणवत्ता होगी।

SUBMISSION GUIDELINES

          Shabdgaatha Media Publishers Pvt. Ltd currently is open to considering for publication unsolicited fiction relating to Mass Market Fiction works in the Hindi/English/Marathi language only. As we do not publish textbooks or scientific and technical books and please do not submit works that belong to these categories. Proposals or manuscripts in these areas will not be considered for publication. 

          Kindly submit a soft copy of your proposal to submissions@shabdgaatha.com or editor@shabdgaatha.com. A proposal should ideally have the following documents at the very least:-

  • A detailed chapter-wise synopsis of your work.
  • Any 3 sample chapters which you believe will best represent your writing.
  • A detailed write-up about the Author/s.
  • Concept note explaining your target audience, other comparative titles available, unique selling point and word count.
  • Any other document, which you might deem important at this stage.

Our editorial team will go through the proposal and revert within 4-6 weeks of receiving the same, irrespective of their decision. Every proposal will be replied to individually. However, multiple reminders/emails do not help in hastening the process. 

  • Please note that the decision to accept or reject your proposal is Shabdgaatha Media Publishers Pvt. Ltd’ alone. The publisher will not necessarily provide a reason should it decide not to accept your submission.
  • Please do not get in touch with us through phone, e-mail, or mail, and do not ask to meet with us while your submission is being evaluated. We will get in touch with you should we wish to discuss your proposal further.
  • If your submission has been turned down, please do not resubmit it, as it will not be looked at.
  • Please ensure that you retain a copy of your work/submission as Shabdgaatha Media Publishers Pvt. Ltd is not responsible for any loss or damage to submitted work.
  • Submissions will not be returned irrespective of whether they have been accepted or turned down. If they have been turned down, the publisher will dispose of them and will not enter into any further communication whatsoever about them.
  • Should we like your proposal, we will ask to see further material, but please do not assume that your manuscript has been accepted for publication by the publisher. All that it means is that we would like to see the complete manuscript before taking a final decision.
  • If we accept your manuscript, you will be formally notified and terms will then be agreed and contracts signed. Until then, please note that Shabdgaatha Media Publishers Pvt. Ltd. cannot assume any liability whatsoever for your proposal/manuscript.

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