Additional information
Weight | 0.198 kg |
---|---|
Dimensions | 21 × 13 × 2 cm |
ISBN | 978-8195443802 |
PAGES | 240 |
AUTHOR | DILSHAD ALI |
Original price was: ₹249.00.₹199.00Current price is: ₹199.00.
सुनते आए है कि मोहब्बत जब हद से बढ़ जाए तो इबादत बन जाती है। बिल्कुल ऐसे ही जैसे दर्द एक हद को पार करके दवा बन जाता है। कुछ ऐसी ही मोहब्बत थी सुदूर ग्रह से आई फूलो सी नाजुक , पारियों सी सुंदर ,विद्युत सी चपल चंद्रिका की और पृथ्वी के साधारण से लड़के तारा की। सच्ची मोहब्बत हो और इम्तिहान ना ले ऐसा संयोग बिरला ही देखने में आता है , तारा और चंद्रिका की मोहब्बत भी सच्ची थी ना सिर्फ सच्ची थी बल्कि इबादत की सूरत भी अख्तियार कर चुकी थी। लिहाजा इम्तिहान की शक्ल में उनके हिस्से में युगों युगों की जुदाई आई और जुदाई भी ऐसी कि दोनो ना सिर्फ एक दूसरे को बल्कि खुद को भी भूल गए। क्या हुआ जब याददाश्त खो चुके चंद्रिका और तारा का मुद्दतो बाद आमना सामना हुआ। वृहद कालखंड में फैली एक लोमहर्षक प्रेम कहानी
Weight | 0.198 kg |
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Dimensions | 21 × 13 × 2 cm |
ISBN | 978-8195443802 |
PAGES | 240 |
AUTHOR | DILSHAD ALI |
सुनते आए है कि मोहब्बत जब हद से बढ़ जाए तो इबादत बन जाती है। बिल्कुल ऐसे ही जैसे दर्द एक हद को पार करके दवा बन जाता है। कुछ ऐसी ही मोहब्बत थी सुदूर ग्रह से आई फूलो सी नाजुक , पारियों सी सुंदर ,विद्युत सी चपल चंद्रिका की और पृथ्वी के साधारण से लड़के तारा की। सच्ची मोहब्बत हो और इम्तिहान ना ले ऐसा संयोग बिरला ही देखने में आता है , तारा और चंद्रिका की मोहब्बत भी सच्ची थी ना सिर्फ सच्ची थी बल्कि इबादत की सूरत भी अख्तियार कर चुकी थी। लिहाजा इम्तिहान की शक्ल में उनके हिस्से में युगों युगों की जुदाई आई और जुदाई भी ऐसी कि दोनो ना सिर्फ एक दूसरे को बल्कि खुद को भी भूल गए। क्या हुआ जब याददाश्त खो चुके चंद्रिका और तारा का मुद्दतो बाद आमना सामना हुआ। वृहद कालखंड में फैली एक लोमहर्षक प्रेम कहानी